कैसी आज़ादी है - माहिया
शशि पाधा
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कैसी आज़ादी है
सरहद से पूछो
कितनी बर्बादी है |
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यह नेता क्या जाने
वीर सिपाही का
साहस ना पहचाने |
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अर्जुन सा वार करें
दुशमन टोली का
सैनिक संहार करें |
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दुशमन से जूझ जरा
दृढ़ता सैनिक की
पर्वत से पूछ जरा |
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आज़ादी पाई है
कितने वीरों ने
निज जान गंवाई है |
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जयघोष सुनाना है
सारा जग सुन ले
अब देश बचाना है |
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जब पहने रोता है
बेटा सैनिक का
वर्दी से छोटा है |
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सीमा पर ध्यान धरो
जन गण भारत के
सैनिक का मान करो |
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माँ धीर ज़रा धरना
गर हम लौटें ना
नित याद हमें करना |
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इक रीत निभानी है
गाथा वीरों की
हर रोज़ सुनानी है |
शशि पाधा
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